नालंदा: बिहार के नालंदा में राजगीर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 14 ATM, 4 बाइक, 22 मोबाइल, 1 कार तथा 2,62,000 रुपए नगद बरामद किए गए हैं. राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर हमने ये कार्रवाई की है.
उन्होंने बताया कि एसपी को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के ठाकुर स्थान स्थित मनोज कुमार का मकान साइबर क्राइम का अड्डा बना हुआ है. ठगों ने यह घर किराए पर ले रखा है और यहीं से तरह-तरह का झांसा देकर आनलाइन ठगी की जा रही है. फोन पर लोगों को लोन दिलाने और नौकरी दिलाने का झांसा दिया जा रहा है. एसपी के निर्देश पर पुलिस ने ठाकुर स्थान में स्पेशल सर्च आपरेशन को अंजाम दिया. इस दौरान मनोज कुमार के मकान से छह साइबर अपराधियों को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। गिरफ्तार बदमाशों की निशानदेही पर गिरोह के सरगना राहुल कुमार सहित अन्य चार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार साइबर अपराधियों में कतरीसराय थाना क्षेत्र के बिलारी गांव निवासी दुखन चौधरी का पुत्र विपिन कुमार, स्वास्थ्य राउत का पुत्र पवन कुमार, स्वर्गीय टुन्नू चौधरी का पुत्र अखिलेश कुमार, उमेश चौधरी का पुत्र राजाराम चौधरी, स्वर्गीय डोमन चौधरी का पुत्र राजेश कुमार, चूनेश्वर रविदास का पुत्र रोशन कुमार, सैदपुर गांव निवासी रामविलास पासवान का पुत्र राहुल कुमार, स्वर्गीय कमलेश प्रसाद का पुत्र अमन कुमार, जयराम राउत का पुत्र प्रदीप कुमार, चंडी थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव निवासी श्रवण साब का पुत्र संजय कुमार एवं नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र के भवानी रेखा गांव निवासी राजकुमार महतो का पुत्र रोशन कुमार शामिल है. इनके पास से 14 ATM, 4 बाइक, 22 मोबाइल, 1 कार तथा 2,62,000 रुपए नगद बरामद किए गए हैं.
थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि साइबर ठगी का मास्टरमाइंड राहुल कुमार है. उसने गैंग के सदस्यों का अलग-अलग ग्रुप बना रखा था. गैंग के ज्यादातर सदस्य युवा हैं. इनमें से दो-तीन लड़कों का काम लोगों को फोन काल कर झांसे में लेना था. गैंग इंटरनेट के माध्यम से भिन्न बैंकों व वित्तीय संस्थानों के साइट पर जाकर आनलाइन आवेदन से अभ्यर्थियों का डिटेल्स निकाल लेता था. रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी की शुरुआत कर वे ठगी करते थे.
डीएसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि गैंग के सरगना राहुल के पास से लग्जरी कार बरामद की गई है. उसके नाम से राजगीर में करोड़ों की जमीन की जानकारी मिल रही है. उन्होंने कहा कि गिरोह के सदस्यों का आपराधिक रिकार्ड, चल-अचल संपत्तियों का ब्यौरा खंगाला जा रहा है.