नालंदा में पुलिस पर घर में घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट का आरोप लगा है. जिले के गोवर्धन बीघा गांव में शनिवार की रात मुरारी प्रसाद के घर में रेड करने पुलिस पहुंची थी. इस दौरान ही मारपीट करने का आरोप लगा है. मारपीट का वीडियो बनाने पर पुलिसकर्मियों ने मोबाइल भी तोड़ दिया. हालांकि, कतरीसराय थाने की पुलिस मारपीट की घटना से इनकार कर रही है.
मारपीट में घायल 2 महिला और एक युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दरअसल, पुलिस गोलीबारी के मामले में एक आरोपी की खोज में घर के अंदर घुसी थी. 11 मार्च को सब्जी लाने जाने के दौरान पूर्व के विवाद में गोली चली थी. गोवर्धन बीघा गांव के शंभू प्रसाद के हाथ में गोली लगी थी. इसके बाद पीड़ित ने गांव के ही 3 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी.
आरोपी को पकड़ने के लिए मुरारी प्रसाद के घर में पुलिस घुसी थी. मुरारी प्रसाद ने बताया कि उनकी पत्नी मुन्नी देवी, बहू पूजा कुमारी और नाती जॉनसन कुमार के साथ मारपीट कर दी. तीनों लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. इसके बाद रविवार को अपना इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचे थे. जख्मी महिलाओं ने यह भी बताया कि रेड के दौरान महिला पुलिस भी नहीं थी. इसको लेकर सवाल करने पर भी पुलिसकर्मी भड़क गए थे.
इस मामले में कतरीसराय थाना अध्यक्ष शरद रंजन ने बताया कि पुलिस घर में रेड करने पहुंची थी. मारपीट की बात बेबुनियाद है. मुरारी प्रसाद और उसके बेटों पर गांव के ही शंभू प्रसाद को गोली मारने का आरोप लगा है. छापेमारी के दौरान आरोपी घर से फरार था. पुलिस आरोपियों के संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
वहीं, पुलिस की ओर से मारपीट और अपशब्द कहे जाने का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें बिना महिला कॉन्स्टेबल के पुलिस घर में घुसी हुई दिख रही है. महिलाओं के चीखने की आवाज भी आ रही है.