नालंदा के दीपनगर थाना क्षेत्र के काशिमचक गांव में बीती शाम 7 की संख्या में हथियार बंद बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया. इस दौरान घर मे मौजूद सदस्यों के द्वारा विरोध करने पर बदमाशों ने मारपीट भी की.
डकैती काशिमचक निवासी कुलदीप प्रसाद के घर में हुई. घटना के बाद पूरा परिवार भयभीत है. गृह स्वामी के बेटे प्रदीप कुमार ने बताया कि बीती शाम 8 बजे 7 की संख्या में बदमाश नकाब पहन उनके घर में घुस आए और 50 हजार नगद और 4 लाख के जेवरात की लूट कर फरार हो गए.
पीड़ित प्रदीप कुमार ने बताया कि सोमवार की शाम करीब 8 बजे घर के बाहर बच्चे चापाकल पर पानी भर रहें थे. तभी खेत की तरफ से कुछ नकाबपोश पहुंचे जिसे देख कर बच्चे डर गए और चिल्लाने लगे. जब तक घर के सदस्य बाहर आते नकाबपोश हथियार बंद बदमाश घर के अंदर प्रवेश कर गए उस समय घर की महिलाएं किचन में खाना बना रही थी.
घर में अंजान शख्स को देखकर महिलाएं भी डर गई. बदमाशों ने घर के सदस्यों को पिस्टल की नोक पर लेते हुए बंधक बना लिया और एक कमरे में बंद कर दिया. मेरे द्वारा और मेरी पत्नी अंजली कुमारी के द्वारा विरोध करने पर मारपीट किया जिससे वे दोनों दंपति घायल हो गए. पिता पैरालाइसिस से पीड़ित है. उनके साथ भी बदमाशों ने मारपीट किया. घर के अन्य कमरों में रखे 4 लाख के जेवरात और 50 हजार नगदी को लूट कर फरार हो गए. जब उन लोगों का पीछा किया गया तो जाते जाते बदमाशों ने दशहत फैलाने के उद्देश्य से 2 राउंड फायरिंग भी की ताकि घर के सदस्य बदमाशों का पीछा न करें. जिसके बाद डकैती की सूचना पुलिस को दी.
दरअसल, कुलदीप प्रसाद काशिमचक में 2016 से घर बना कर रह रहे है. आसपास कोई घर नहीं है. इसी का फायदा बदमाशों ने उठाया. पीड़ित अपने परिवार के बच्चों को घर में रख कर पढ़ाने का काम करते हैं. घटना के वक्त घर में 16 बच्चे और 4 बड़े लोग मौजूद थे.
दीपनगर थानाध्यक्ष मो. मुस्ताक ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के उपरांत पुलिस रात में घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गई थी. अनुसंधान जारी है लिखित आवेदन देने को कहा गया है संदिग्धों से पूछताछ चल रही है.