नालंदा: कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए बिहार सरकार ने पूरे राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाया है. इसके तहत रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक लोगों को घर से निकलने की मनाही है. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में प्रशासन की नाक के नीचे सरकार के आदेश का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन होता रहा. चैती नवरात्र के नाम पर गुरुवार को रात भर बार बालाएं ठुमके लगाती रहीं और 150 से अधिक लोग अश्लील धुनों में मगन रहे.
मामला इस्लामपुर थाना क्षेत्र के सोहजना गांव का है. यहां चैती नवरात्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर बार बालाओं से अश्लील ठुमके लगवाए गए. शुक्रवार को वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया. स्थानीय लोग आयोजनकर्ता पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस तरह की आयोजन की अनुमति नहीं है फिर भी देर रात तक कार्यक्रम चलता रहा. प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले.
इस मौके पर पूजा समिति द्वारा देर रात चले इस कार्यक्रम में अश्लील गानों की धुन पर नर्तकी के साथ-साथ 150 से अधिक की संख्या में स्थानीय लोग जमकर झूमे. इस बीच कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल के तहत सामाजिक दूरी सिमट गई और चेहरे से मास्क गायब हो गया. आलम यह था कि वहां हजारों की संख्या में मौजूद भीड़ ना सिर्फ कोरोना संक्रमण को आमंत्रण देती रही, बल्कि अपनी जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ करती रही.
इस्लामपुर के थानेदार शरद कुमार ने कहा की इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. यह वीडियो किस जगह की है इस बात की जांच की जा रही है. इस कार्यक्रम के लिए अनुमति भी पुलिस द्वारा नहीं दी गई थी. गृह विभाग ने पहले ही सार्वजनिक जगहों पर इस तरह के कार्यक्रम पर रोक लगा रखी है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है. दोषियों पर कार्रवाई होगी.