नालंदा में एक फर्जी IPS गिरफ्तार हुआ है, जो दर्जनों कैंडिडेट से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए लूट रहा था. एक पीड़िता द्वारा बिहार थाने में FIR दर्ज कराने के बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिया है. उसकी गिरफ्तारी से शहर के युवाओं ने राहत की सांस ली है.
पुलिस ने बताया कि दीपनगर थाना क्षेत्र के कोराई गांव निवासी राजकुमार चौधरी के पुत्र सुजीत कुमार युवाओं से नौकरी के नाम पर पैसे की ठगी कर रहा था. थाने में जिसने आवेदन किया है, उससे ऑफिसर ने 5 लाख 90 हजार रुपए लिए थे.
बिहार थाना पुलिस ने फर्जी IPS सुजीत कुमार को वादिनी के किराए के मकान कागजी मोहल्ला से उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह रेलवे का फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर किसी कैंडिडेट के घर आया था. इस दौरान थानाध्यक्ष दीपक कुमार पूरे मामले की पड़ताल में जुट गए. सुजीत कुमार के किराए के मकान से खाकी वर्दी बरामद किया गया है. जिसके नेम प्लेट पर सुजीत कुमार DP AIG लिखा हुआ था. इसके अलावा एक क्रॉस बेल्ट और एक प्लास्टिक का पिस्टल लगा होस्ट पाया गया है. फर्जी IPS ने अपना एक फोटो भी वर्दी में खिंचवाया हुआ है.बैच पर IPS लिखा हुआ पहचान पत्र भी बरामद हुआ है, जिस पर दानापुर रेलवे डिवीजन लिखा है.

इस फर्जी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के पास अब तक लगभग एक दर्जन अभ्यर्थी पहुंचे हैं. विधानसभा, सचिवालय, रेलवे टेक्नीशियन, टीसी इत्यादि पद पर नौकरी लगाने के नाम पर प्रत्येक युवक-युवती से ₹3-7 लाख तक की ठगी की गई और इनमें से कई लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया गया है.