मधुबनी: महमदपुर नरसंहार के बाद की ‘आग’ की अब सुलगने लगी है. आरोप है कि आक्रोशित राजपूत करणी सेना ने शुक्रवार को मामले के मुख्य आरोपी प्रवीण झा के गांव में जमकर तांडव मचाया.लोगों से मारपीट के बाद घरों में आग लगा दी गयी. करणी सेना के हमले के दौरान वहां तैनात पुलिस के जवान औऱ अधिकारी गांव छोड़ कर भाग खड़े हुए.
करणी सेना ने प्रवीण झा के व पड़ोसियों के घरों में बम फेंककर आग लगा दी. अग्निशमन दस्ता ने आग पर काबू पाया. घटना की जांच हो रही है. प्रशासन ने आग लगने पुष्टि की है. इस घटना के बाद गैवीपुर गांव के लोगों में आक्रोश व्याप्त है. जानकारी के अनुसार करणी सेना के लोगों ने प्रवीण झा के बुजुर्ग दादा-दादी से भी मारपीट की है.
ग्रामीणों ने बताया कि करणी सेना ने जब हमला किया तो वहां तैनात पुलिस के जवान औऱ अधिकारी भाग खडे हुए. करणी सेना समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया औऱ फिर वहां से निकल गये. उनके जाने के बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को खबर किया. फायर ब्रिगेड के दस्ते ने आकर आग पर काबू पाया.
जिले के महमदपुर गांव में होली के दिन हुए नरसंहार मामला लगातार राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. शुक्रवार को करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह उर्फ वीरू सिंह बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के महमदपुर पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार वालों से मुलाकात के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया.
बता दें कि महमदपुर नरसंहार मामले में महागठबंधन का शनिवार को मधुबनी बंद है. बंद को लेकर शुक्रवार शाम को मशाल जुलूस भी निकाला गया.
बता दें कि होली के दिन महमदपुर गांव में 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मरने वालों में तीन सहोदर भाई और बाकी चचेरे भाई हैं. आरोप है कि आधे घंटे तक अपराधी महमदपुर गांव में तांडव मचाते रहे और पुलिस घटना के 4 घंटे बाद मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पूरा विवाद पोखर और उसमें पल रही मछलियों पर कब्जे को लेकर है. हालांकि, 6 महीने तक मामला शांत रहा, लेकिन होली से एक दिन पहले विवादित पोखर से संजय सिंह के परिवार से जुड़े लोगों ने मछली पकड़ा और फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को ‘आन’ पर ले लिया, जो होली के दिन ‘रक्त चरित्र’ में बदल गया.