सावधान: कंटेनमेंट जोन से कोरोना संक्रमित महिला अपने पूरे परिवार संग हुई फरार, प्रशासन की लापरवाही आई सामने
भागलपुर में कंटेनमेंट जोन से एक संक्रमित महिला अपने पूरे परिवार के साथ रातोंरात फरार हो गई. पड़ोसियों को इस बात की तब जानकारी हुई जब सुबह उन्होंने घर के बाहर ताला लटका देखा. 27 मार्च को महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, जिसके बाद 30 मार्च को उसे बरारी स्थित शीतला स्थान के पास अपने ही घर में होम क्वारंटीन कर दिया गया था. बुधवार देर रात महिला अपने पूरे परिवार के साथ फरार हो गई.
पड़ोसियों का आरोप है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण मरीज भाग गए. इतने दिनों में कोई भी टीम मरीज के फॉलोअप के लिए नहीं पहुंची. ना तो समय पर जांच के लिए ही आई. कंटेनमेंट जोन में मरीजों की देखरेख और दवा की व्यवस्था की जाती है. समय-समय पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम रेगुलर चेकअप के लिए भी पहुंचती है.
बरारी के शीतला स्थान निवासी एक 48 साल की महिला की तबीयत 27 मार्च को बिगड़ी थी. 21 मार्च को वह अपनी बेटी को बिहार पुलिस की परीक्षा दिलाने के लिए कटिहार गई थी. वहां से आने के बाद उसके गले में दर्द शुरू हो गया था. खुद से दवा लेने के बाद भी जब उसकी तबीयत नहीं सुधरी तो 27 मार्च को सदर अस्पताल में चेकअप कराया, जहां उसे पॉजिटिव पाया गया था. अस्पताल ने 30 मार्च को उसे होम क्वारंटीन कर दिया था.
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर बिहार सरकार अलर्ट मोड पर है. जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोरोना संक्रमितों के उचित इलाज और चेकअप की जिम्मेदारी दी गई है. समय-समय पर होम क्वारंटीन मरीजों की जांच की भी व्यवस्था है, लेकिन भागलपुर का यह केस प्रशासन की पोल खोल रहा है. शीतला स्थान के लोगों ने बताया कि महिला को क्वारंटीन किए जाने के बाद कोई चेकअप या फिर दवा देने के लिए नहीं पहुंचा. मोहल्ले में कोरोना पॉजिटिव मरीज के होने से हड़कंप मच गया था. लेकिन, प्रशासन की टीम एक भी बार मरीज को देखने नहीं पहुंची.
वहीं गांववालों के मुताबिक महिला घर में अपने बच्चों के साथ रहती थी. वह सिलाई करती थी इसलिए उसके घर पर लोगों का आना-जाना लगा रहता था. महिला के कोरोना संक्रमित होने की खबर से अन्य लोगों के बीच डर का माहौल है. लोगों ने तो यह भी बताया कि महिला के संक्रमित होने के बावजूद उसके बच्चे आऱाम से बाहर घूमते थे और घर का सामान लेकर जाते थे. अब रातोंरात घर से फरार होने पर यह भी डर है कि वे किस गाड़ी से गए और कितने लोगों को संक्रमण फैला है.