बिहार के नवादा जिले में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई थी. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में नवादा की एसपी धुरत सायली सावलाराम ने कहा कि पिछले दिनों नवादा नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बिगहा, गोंदापुर व बुधौल गांवों में हुई असामयिक मृत्यु के कारणों में प्रथम दृष्टया जहरीली शराब के सेवन की पुष्टि हुई है.
नवादा के डीएम यशपाल मीणा की मौजूदगी में एसपी ने कहा कि इस मामले में जहरीली शराब निर्माण करने वाले व शराब बिक्री करने वाले मुख्य समेत अन्य सभी आरोपितों की पहचान कर ली गयी है. इससे जुड़े मामले में नगर थाने में दस अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. इनमें नगर थाना के बुधौल गांव के भोनु चौधरी की पत्नी मन्ती देवी व भोनू चौधरी का बेटा अनिल चौधरी, गोंदापुर के रामबालक यादव उर्फ बाला यादव का बेटा पप्पु यादव व खरीदी बिगा के राजू चौधरी का बेटा सूरज चौधरी उर्फ करकु चौधरी शामिल हैं.
जहरीली शराब से मौत मामलें में शामिल आरोपितों की साक्ष्य समेत गिरफ्तारी के लिए एसपी की मॉनिर्टंरग में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. नवादा सदर एसडीपीओ उपेन्द्र प्रसाद व पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा समेत जिले के कई थानाध्यक्ष समेत तेज तर्रार पुलिस अफसरों को टीम में शामिल किया गया. जिला आसूचना इकाई (डीआईयू ) के अफसर भी एसआईटी में लगाये गये हैं.
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम नवादा व नालंदा समेत समीपवर्ती अन्य जिलों के अलावा दूसरे राज्यों में भी छापेमारी कर रही है. कयास लगाया जा रहा है कि मामले में शामिल कई आरोपित बिहार छोड़कर दूसरे राज्यों में भाग गये हैं. इसे लेकर कई टीम दूसरे राज्यों में भी भेजी गयी है. एसपी सावलाराम स्वयं मामले की मॉनिर्टंरग कर रही हैं और एसआईटी को लगातार निर्देशित कर रही हैं.
बता दें कि होली के बाद जहरीली शराब पीने से 31 मार्च से 02 अप्रैल 2021 के बीच 15 लोगों की जान चली गयी थी. जिला प्रशासन द्वारा सभी 15 मौतों की पुष्टि की जा चुकी है. सभी मृतक नवादा नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. इनमें सिसवां गांव के स्व. अरुर्ण ंसह उर्फ बमबर्म ंसह का बेटा गोपाल सिंह, गोंदापुर के गुल्लू यादव का बेटा रामदेव यादव, बिन्दा यादव का बेटा अजय कुमार (मूल निवासी पथरा, गोविन्दपुर), राजो यादव का बेटा शिवशंकर यादव व संजय यादव का बेटा आकाश कुमार शामिल हैं.
मृतकों में से पांच के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है. इनमें धर्मेन्द्र्र ंसह, आकाश कुमार, शिवशंकर यादव, रामधनी साव व मुन्ना कुमार के शव शामिल हैं. इन सभी मृतकों का विसरा भी प्रिजर्व कर जांच के लिए फोरेंसिक लैब पटना भेजा जा चुका है. डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया है और अपना ओपिनियन रिजर्व रख लिया है. उम्मीद की जा रही है कि केमिस्ट व विसरा की रिपोर्ट के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की जाएगी.
बता दें कि सदर अस्पताल की मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम व विजरा प्रिजर्व करने की पूरी कार्रवाई की गयी है. पारदर्शिता के लिए इनकी वीडियो रिकार्डिंग भी करायी गयी है. मृतकों में से दस के शवों का पोस्टमार्टम कराये बिना अंतिम संस्कार कर दिया गया. जिसके कारण इनकी मौत के कारणों का खुलासा पुलिस के लिए आसान नहीं होगा. बहरहाल, मृतकों के परिजनों द्वारा शराब से मौत की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अनुसंधान कर रही है.
बता दें कि जहरीली शराब नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बिगहा गांव में तैयार की गयी थी और होली के मौके पर इसे लोगों के बीच बेचा गया था. गोंदापुर में तो वहां के कुछ लोगों द्वारा घर-घर में शराब बांटी गयी थी और साथ में कुछ वस्त्र भी बांटे गये थे. मामले की जांच कर रही एसआईटी को इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं और इसकी प्रमाणिकता में कई साक्ष्य भी जुटाए गये हैं.
अब तक की जांच के मुताबिक जहरीली शराब स्पिरिट से तैयार की गयी थी. स्पिरिट में घातक केमिकल मिलाकर इसे अति नशीला बनाया गया व झारखंड उत्पाद के पाउच में भरकर लोगों के हाथों में पहुंचाया गया. इस मामले में जब्त जहरीली शराब की पाउच जब्त कर जांच के लिए केमिकल लैब भेजी गयी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा कि किस केमिकल ने इतने लोगों की एकमुश्त जान ले ली.