CM नीतीश कुमार का निर्देश: सभी फ्रंट लाइन वर्कर, हेल्थ केयर वर्कर और उनके संपर्क में आने वाले परिजन कराएं करोना जांच
बिहार में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से बढ़ते खतरे को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्य भर के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक (VC Meet) की. लगभग तीन घंटे तक चली इस बैठक में सभी जिलों के जिलाधिकारी (DM), पुलिस अधीक्षक (SP) और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. सीएम नीतीश कुमार ने उन लोगों पर सबसे ज्यादा फोकस करने का निर्देश दिया जो वैसे राज्यों से बिहार (Bihar) वापस लौट रहे हैं जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या अधिक है. उन्होंने ऐसे लोगों की कोरोना जांच कराने से लेकर प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाने का भी निर्देश दिया.
सीएम नीतीश ने बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट रहने और अधिकारियों को कोरोना के साथ-साथ चमकी बुखार, एईएस को लेकर भी सचेत रहने को कहा है. इसके अलावा उन्होंने राज्य के उन आठ जिलों के बारे में भी जानकारी ली जहां कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक है.
बैठक में नीतीश कुमार ने सभी फ्रंट लाइन वर्कर और हेल्थ केयर वर्कर जो काम में लगे हैं उन सभी की करोना जांच करवाने और उनके संपर्क में आने वाले उनके परिजनों की भी जांच करवाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहे हैं. इसलिए उन राज्यों से बिहार के लोगों के वापस लौटने की संभावना है इसे ध्यान में रखते हुए प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था तैयार रखें.
मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिया कि कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में अधिक से अधिक टेस्टिंग करें. सार्वजनिक आयोजनों में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों. धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोग विशेष सतर्कता बरतें और कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें.
नीतीश कुमार ने इस बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संक्रमण के कारणों का विश्लेषण करने के साथ ही पिछली बार के अनुभवों के आधार पर रणनीति बनाकर काम करें. अधिक से अधिक कोविड-19 टीकाकरण होने से कोरोना संक्रमण का असर कम होगा. सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार की आबादी अधिक है, आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट रहें. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के प्रति सभी सजग रहें, कोरोना के गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एईएस और जापानी इन्सेफ्लाइटिस बीमारी से बचाव को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग को तैयारी पूरी रखने के निर्देश दिये.