नालंदा जिले में सोमवार की रात छापेमारी करने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया. पुलिस वालों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. हालांकि ग्रामीणों ने एक दारोगा और एक सिपाही को पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की. दारोगा को लोग तब तक पीटते रहे, जब तक वह गिर नहीं गए. यह मामला सोमवार आधी रात को मोसीमपुर के पूरब टोला का है.
रास्ता विवाद के आरोपितों को पकड़ने गई थी पुलिस
चंडी थाने की पुलिस टीम सब इंस्पेक्टर चंद्रोदय के नेतृत्व में गांव में छापेमारी करने गई थी. रास्ता विवाद को लेकर हुए झगड़े में नामजद वीरेश कुमार की गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम अन्य अभियुक्तों की तलाश कर ही रही थी कि हमला हो गया. तरुण यादव के गोतिया घर के लोग एकत्रित होकर रोड़े बरसाना शुरू किए. लाठी से भी पिटाई की गई. दारोगा चंद्रोदय एवं साथ रहे एक अन्य जवान का सिर फट गया है. कई अन्य पुलिस कर्मी भी चोटिल हुए हैं.
जान बचाने के लिए कई दिशाओं में भागे पुलिसकर्मी
जान बचाने के लिए पुलिस कर्मी कई दिशाओं में बंटकर भागे. दारोगा की तबतक पिटाई होती रही, जबतक वे गिर नहीं गए. थानाध्यक्ष ने बताया कि हमले में शामिल 15 लोगों की पहचान कर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जख्मी पुलिसकर्मियों का इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया गया है. इधर, इस घटना के बाद टनु यादव एवं तरुण यादव के समर्थकों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
रास्ता विवाद को लेकर दो पक्षों में हुई थी मारपीट
दोनों पक्षों के बीच गली को लेकर विवाद चल रहा है. टनु यादव का आरोप है कि तरुण यादव एवं इनके परिवार के सदस्यों ने मस्जिद के निकट बने सामुदायिक भवन के पास गैरमजरुआ जमीन पर कब्जा जमा लिया है. इससे पूर्व से कायम गली को अवरुद्ध हो गया है। इस वजह से जिन्हें आवागमन में कठिनाई हो रही है. वे इसका विरोध कर रहे हैं. इस बात को लेकर दोनों तरफ से मारपीट होने का मामला पहले से दर्ज है. उसी केस में गिरफ्तारी के लिए आधी रात को पुलिस टीम पहुंची थी.