नालंदा से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां एसपी हरिप्रसाद एस ने नगरनौसा थानाध्यक्ष नीलकमल सस्पेंड कर दिया है.इस कार्रवाई को लेकर मिली जानकारी के अनुसार नगरनौसा थानाध्यक्ष पर आरोप है कि उन्होंने कार्य में लापरवाही बरती है. मामला नगरनौसा थाना क्षेत्र में हुए डकैती से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसकी सूचना उन्होंने एसपी को नहीं दी. इसे उनकी एक बड़ी लापरवाही मानी गई.
एसपी ने इसे निलंबित करते हुए सिलाव थाना में पदस्थापित दारोगा नारद मुनि को नगरनौसा का नया थानाध्यक्ष बनाया है.
बता दे कि नालंदा जिले के नगरनौसा थाना इलाके में लूट की एक बड़ी घटना हुई थी. सकरौढा पुल के पास शुक्रवार की देर रात डकैतों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया था. जानकारी के मुताबिक दर्जनभर हथियारबंद डकैत धनंजय प्रसाद के घर में घुस गए और हथियार के बल पर परिवार के सभी सदस्यों को पहले बंधक बना लिया. बदमाशों ने एक परिवार को बंधक बनाकर लाखों की संपत्ति लूट ली थी. इतना ही नहीं घटना के दसूरां उन्होंने महिलाओं के साथ बदसलूकी और मारपीट भी की.
घटना के दौरान विरोध करने पर बदमाशों ने धनंजय प्रसाद की पत्नी, पुत्री और साली के साथ मारपीट और बदसलूकी की. पीड़ित धनंजय प्रसाद ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए गहने और रुपए इकट्ठा किए थे. डकैतों ने पिस्टल और छुरे-चाकू के बल पर उन सभी को बंधक बना लिया. फिर मारपीट करने लगे. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो वे धनंजय की पत्नी, बेटी और साली के साथ बदतमीजी करने लगे.
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने शनिवार की सुबह बिहारशरीफ-पटना मार्ग को नगरनौसा बाजार के पास जाम कर काफी हंगामा किया था. घटना की सूचना मिलते ही DSP और इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और उन्होंने नाराज ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. बताया जा रहा है कि डकैती की इस घटना को अंजाम देकर सारे अपराधी मौके से भाग निकले थे.
बताया जा रहा है कि डकैती के इस केस में अपनी मनमानी कर रहे थानेदार नीलकमल ने जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों को नहीं दी.इसी मामले में नालंदा के एसपी हरिप्रसाद एस ने नगरनौसा थानाध्यक्ष के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है और आगे कार्रवाई का भी आदेश दिया है.