जहानाबाद: बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट बंटवारे के साथ ही उम्मीदवारों के विरोध का भी सिलसिला शुरू हो चुका है. गुरुवार को इस कड़ी में बिहार के शिक्षा मंत्री को अपने ही जिले और निर्वाचन क्षेत्र में लोगों के विरोध का काफी सामना करना पड़ा. मंत्री जी की फजीहत ऐसी हुई कि वह चाहकर भी अपनी गाड़ी से उतर नहीं सके और गाड़ी में बैठे बैठे ही लोगों के ताने सुनते रहे.
दरअसल बिहार की जहानाबाद सीट से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है लेकिन चुनाव से पहले ही उनका विरोध शुरू हो गया है.गुरुवार को जब वो नगर थाना क्षेत्र के एरोड्रम इलाके में पहुंचे .शिक्षा मंत्री वोट मांगने के लिए सेना की तैयारी करने वाले युवकों से मिलन के लिए गए थे. लेकिन यह दांव उनका उलटा पड़ गया. उनको देखते ही कई युवक भड़क गए और पांच साल पहले किए गए वादे की याद दिलाने लगे. मंत्री जी के मुर्दाबाद के नारा लगने लगने. विरोध के बीच मंत्री जी अपनी लग्जरी कार से नीचे तक नहीं उतर पाए.
इस दौरान वहां के स्थानीय लोगों ने पूछा कि इससे पहले आप घोसी इलाके से पार्टी के विधायक थे आपने ऐसा कौन सा काम किया जो आपको जहानाबाद भेज दिया गया. लोग अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कृष्ण नंदन वर्मा के खिलाफ लगातार नारेबाजी करते रहे. मंत्री का विरोध देख उनके समर्थक युवकों की समझाने की कोशिश, लेकिन उनको भी युवकों ने फटकार लगा दी. विरोध के बीच एक शब्द भी कृष्णनंदन वर्मा नहीं बोल पाए. लेकिन इस दौरान मंत्री जी चुपचाप लोगों की बात और आक्रोश का सामना करते रहे.
दरअसल कृष्ण नंदन वर्मा इस बार एनडीए के खाते से जेडीयू में गई जहानाबाद सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं. इससे पहले वो जहानाबाद जिले के ही घोषी विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे और बिहार सरकार में मंत्री थे लेकिन इस बार जहानाबाद से कृष्णनंदन वर्मा की राह फिलहाल आसान होती नहीं दिख रही है. उनके खिलाफ जहां राजद ने सुदय यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है तो वहीं बीजेपी से बगावत करने के बाद इंदु कश्यप के भी लोजपा से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है. सुदय यादव को भी अपनी ही पार्टी के एक लोकल नेता से जहानाबाद में कड़ी टक्कर मिलने वाली है. बिहार के जहानाबाद में पहले चरण में ही चुनाव होना है.