देश के पूर्व रक्षा मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे जसवंत सिंह का आज सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर कार्डिएक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया है. 82 साल के जसवंत सिंह पिछले छह साल से कोमा में थे. . बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षा, विदेश तथा वित्त मंत्रालय संभाल चुके हैं. जसवंत सिंह पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी माने जाते थे. पूर्व सैन्य अधिकारी सिंह अगस्त 2014 में अपने घर में गिरने के बाद से बीमार थे. उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद से उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस साल जून में उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने ट्वीट करके शोक जाहिर किया है.
पीएम मोदी ने उन्हें याद करते हुए कहा, ‘जसवंत सिंह जी ने पहले एक सैनिक के रूप में देश की सेवा की, फिर राजनीति के साथ लंबे वक्त तक जुड़े रहकर. अटल जी की सरकार में, उन्होंने महत्वपूर्ण विभाग संभाले और वित्त, रक्षा तथा विदेश मामलों के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी. उनके निधन से दुखी हूं. उन्हें राजनीति और समाज के विषयों पर अनूठे नजरिए के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने बीजेपी को मजबूत करने में भी योगदान दिया. मैं हमेशा हम दोनों के बीच हुई बातचीत याद रखूंगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके निधन पर लिखा, ‘भाजपा नेता और पूर्व मंत्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ है. उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं में देश की सेवा की. उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया. जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा में योगदान के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना.
बता दें कि जसवंत सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजापी ने उन्होंने टिकट नहीं दिया, इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी. उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे. भारतीय सेना में रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था. बीजेपी की स्थापना करने वाले नेताओं में शामिल जसवंत ने राज्यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में बीजेपी का प्रतिनिधित्व किया. बतौर वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने स्टेट वैल्यू ऐडेड टैक्स (VAT) की शुरुआत की जिससे राज्यों को ज्यादा राजस्व मिलना शुरू हुआ. उन्होंने कस्टम ड्यूटी भी घटा दी थी.