बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही सभी दल अपनी अपनी जीत के लिए दावे प्रतिदावे कर रहे हैं वहीं वोटरों को लुभाने के लिए नित नई घोषणाएं भी की जा रही है. इसी कड़ी में चुनाव से पहले ही बिहार के युवाओं और बेरोजगारों पर फोकर रखने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने ऐलान किया है कि हमारी सरकार बनेगी तो हम 10 लाख नौकरी देंगे. तेजस्वी यादव लगातार युवाओं पर फोकस कर रहे हैं.
रविवार को मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में बेरोजगारी की समस्या गंभीर है. इस मुद्दे को लेकर वे पहले भी यात्रा पर निकले, लेकिन लॉकडाउन के कारण पूरी नहीं हो सकी. बेरोजगारी के मुद्दे पर आरजेडी गंभीर है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार देश में सबसे युवा प्रदेश है. यहां करीब 60 फीसद युवा आबादी है. साथ ही बेरोजगारी के कारण सबसे ज्यादा युवाओ का पलायन भी बिहार से हो रहा है.
तेजस्वी ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी ते तो वे बेरोजगारी दूर करेंगे. पहली कैबिनेट मीटिंग में पहले दस्तखत से 10 लाख नौकरियां निकाली जाएंगी. उन्होंने आश्वस्त किया कि उनका इरादा मजबूत है, वे झूठ नहीं बोल रहे हैं, ये पक्का इरादा है. मौका मिलेगा तो बेरोजगारी दूर करने के लिए व्यापक काम करेंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा में 2.5 लाख कर्मियों की जरूरत है. 50 हजार पुलिस कर्मियों के पद भी रिक्त हैं. स्थायी शिक्षकों के 2.5 लाख से अधिक पद खाली हैं तो 50 हजार प्रोफेसरों के पद भी खाली पड़े हैं. इंजीनियर के 66 फीसद, जूनियर इंजीनियर के 75 हजार पद खाली हैं. कुल मिलाकर 10 लाख पद खाली पड़े हैं, जिन्हें वे भरेंगे. नीतीश सरकार ने इन खाली पदों पर बेरोजगारों को नौकरी नही दी. इसके अलावे भी बड़ी संख्या में बेरोजगारों को काम देंगे. बहुत जल्द असंगठित क्षेत्र में लोगो को काम देने का ब्लू प्रिंट भी जारी करेंगे.
उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 साल काम करने वालों ने यहां क्या किया? आज पूरा बिहार बेरोजगारी का दंश झेल रहा है. 2017 में मुख्यमंत्री की चोरी हो गई थी. सीएम बिक गए थे. हमने डोमिसाइल की मांग सरकार में रहकर की थी, लेकिन नीतीश नहीं माने.