राजस्थान के कोटा जिले के इटावा के पास बुधवार सुबह 9 बजे चंबल नदी में नाव पलटने से 7 लोगों की मौत हो गई. 8 लोग लापता हैं. बताया जा रहा कि नाव में क्षमता से ज्यादा सवारी थी और सामान रखा था. इसी वजह से नाव पलट गई. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, नाव में 30 लोग सवार थे. 7 शव नदी से बरामद कर लिए गए हैं. उधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि नाव में 14 बाइक भी रखी गई थीं.
घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने डूब रहे लोगों को बचाने की कोशिश की. लेकिन, बहाव तेज होने की वजह से कुछ लोग बह गए. बताया जा रहा है कि ये सभी कमलेश्वर धाम जाने के लिए नाव में बैठकर चंबल नदी पार कर रहे थे.
हादसा चाणदा और गोठड़ा गांव के बीच हुआ. अच्छी बात यह रही कि मौके पर कई लोग मौजूद होने से राहत कार्य में मदद मिली और कुछ लोगों को बचा लिया गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन दोनों ही मौके पर पहुंच गए थे.
लोगों ने बताया कि लकड़ी की नाव की हालत पहले से खराब थी. इसके बाद भी क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया था. साथ ही नदी पार करवाने के लिए नाव पर बाइकें भी बांध दी गई थीं. इस वजह से नाव वजन नहीं सह सकी और डूब गई.
चंबल नदी में हुई घटना को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने जताई है साथ ही लोकसभा सचिवालय ने जिला प्रशासन से संपर्क साधा है. कोटा से SDRF की टीम मौके के लिए रवाना कर दी गई है. लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय जिला प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.