HomeInternationalएस्ट्राजेनेका के ट्रायल के रोक पर WHO ने कहा- वैक्सीन के ट्रायल...

एस्ट्राजेनेका के ट्रायल के रोक पर WHO ने कहा- वैक्सीन के ट्रायल में उतार-चढ़ाव आते-जाते रहते हैं, निराश होने की जरूरत नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के लिए एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) के वैक्सीन ट्रायल पर रोक लगने के बाद प्रतिक्रिया दी है. WHO ने कहा है कि इससे निराश नहीं होना चाहिए. ट्रायल के दौरान ऐसी घटनाएं होती रहती है. आपको बता दें कि एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन परीक्षण के दौरान एक मरीज की तबियत बिगड़ गई थी और परीक्षण रोक दिया गया था.

जेनेवा में WHO की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि क्लीनिकल ट्रायल्स में उतार-चढ़ाव आते हैं, हमें इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है. हमें निराश होने की जरूरत नहीं. हमारे लिए दो चीजें सबसे ज्यादा जरूरी हैं. पहला, इंसान की सेफ्टी और दूसरा, वैक्सीन कितनी असरदार है. ट्रायल्स में आगे क्या होगा, कुछ नहीं कहा जा सकता. हमें रिपोर्ट्स का इंतजार है. साल के अंत तक या नए साल की शुरुआत में वैक्सीन ट्रायल के सही नतीजे आएंगे.

वैक्सीन पर WHO के इमरजेंसी हेड माइक रेयान ने कहा, यह रेस लोगों को बचाने की है. यह रेस किसी कम्पनी या देश के बीच नहीं, यह वायरस के खिलाफ है. इसमें वक्त लगेगा क्योंकि हम चाहते हैं जो हो ईमानदारी से हो. अब तक महामारी के कारण 9 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.

WHO की महामारी विशेषज्ञ मारिया वेन ने कहा, इस समय हम लोग वायरस को कंट्रोल करने की बेहतर स्थिति में हैं. इस महामारी का भविष्य में क्या असर दिखेगा, इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता. फिलहाल इस वायरस से सभी को मिलकर लड़ना होगा.

वैक्सीन ट्रायल रुकने के बाद विशेषज्ञों की टीम यह पता लगाने में जुटी हुई हैं कि मरीजों के साथ क्या हुआ था. यह भी देखने का प्रयास किया जा रहा है कि मरीजों को वैक्सीन से तकलीफ हुई या इसके लिए अन्य कोई कारण जिम्मेदार है. एक महिला मरीज को वैक्सीन दौरान परेशानी हुई थी, इसके बाद ट्रायल पर रोक लगा दी गई. एस्ट्राजेनेका के सीईओ ने भी इस बात की पुष्टि की है.

इसके साथ ही भारत में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया में चल रहे वैक्सीन परीक्षण को भी रोक दिया गया है. सीरम ने दावा किया था कि भारत में ट्रायल पर असर नहीं पड़ेगा, इसके बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने उन्हें नोटिस जारी कर दिया. इसमें पूछा गया कि भारत में ट्रायल क्यों नहीं रोके गए. सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि भारत में 100 लोगों को परिक्षण के लिए वैक्सीन दी गई थी. दूसरे तथा तीसरे चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी ली गई थी जिसमें 1600 लोगों ने नामांकन कराया था. फ़िलहाल ट्रायल रोक दिया गया है .

ट्रेंडिंग न्यूज़