बेतिया: बड़े- बड़े महानगरों के बाद अब छोटे शहरों में भी समलैंगिक विवाह का प्रचलन बढ़ने लगा है. ताजा मामला बिहार के बेतिया का है. दरअसल, मंगलवार देर शाम को बेतिया के नगर थाने में दो लड़कियां पहुंची और अपने को पति-पत्नी बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाने लगी. दोनों लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने समलैंगिक विवाह किया है. अब दोनों एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकते हैं. लेकिन उनके परिवार वाले इस रिश्ते को मानने से इनकार कर रहे हैं.
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पत्नी के घरवालो से पूछताछ की तो उन्होंने ने अपनी बेटी से किसी भी तरह का रिश्ता रखने से इनकार कर दिया. फिर, पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच लड़की को रामनगर स्थित उसके पति के घर पर भेज दिया. बेतिया की रहने वाली इसरत के पिता हजरत ने बतायाा कि उनका परिवार जलंधर में रहता था. वहीं, पड़ोस में बगहा के रामनगर की रहने वाली नगमा खातून भी रहती थी. इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई और दोनों एक- दूसरे से प्यार करने लगे. इसके बाद दोनों ने शादी कर ली.
हालांकि, घरवालों ने दोनों को समझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन दोनों नहीं माने और एक- दूसरे के साथ जीने मरने को तैयार हैं. वहीं, घरवालों के विरोध को देखते हुए पति-पत्नी बनीं दोनों लड़कियां नगर थाना पहुंची और पुलिस से शिकायत की. इसके बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी.
नगर थानाध्यक्ष राकेश कुमार भास्कर ने बताया कि नगमा और उसकी पत्नी इसरत को रामनगर स्थित उसके घर पर पुलिस की सुरक्षा में भेज दिया गया है. ऐसे में देखना होगा कि अब पति बनी नगमा के घरवाले अपनी बेटी की बहू को स्वीकार करते हैं या नहीं. या फिर समलैंगिंक विवाह करने वाले इस प्रेमी जोड़े के प्यार की कश्ती कहां तक पहुंचती है यह भी देखना दिलचस्प होगा.
लिहाजा बेतिया जैसे छोटे से शहर में ऐसी घटना को देखकर पुलिस के साथ साथ आम लोग भी हैरान हैं और इस रिश्ते को गलत बता रहें हैं .यह अलग बात है कि कोर्ट ने इस तरह के संबंध को मान्यता दे दी हैं लेकिन सामाजिक स्तर पर अभी भी समलैंगिंक विवाह करने वाले लोगों के लिए राह आसान नहीं है.