नई दिल्ली: कोरोना महामारी के चलते जहां नियमों का पालन करने के लिए सरकारें सख्ती दिखा रही हैं. वहीं इसके चलते मनमानी भी काफी बढ़ गई है. स्थिति यह है कि कागजों पर नियम न होने के बाद भी खुलेआम चालान किए जा रहे हैं.
कोरोना के संक्रमण को रोकने के नाम पर दिल्ली समेत कई राज्यों से शिकायतें मिल रही हैं कि कार में अकेले व्यक्ति होने के बाद भी मास्क न मिलने पर पुलिस चालान कर रही है. जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे साफतौर पर इनकार कर दिया है. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अकेले बैठकर कार चला रहे लोगों के मास्क पहनने का कोई दिशानिर्देश जारी ही नहीं किया गया है. इसी तरह अकेले साइकिल चला रहे व्यक्ति के लिए भी मास्क पहनना जरूरी नहीं है.
अकेले साइकिल या कार चला रहे लोगों के मास्क नहीं पहनने के कारण चालान काटे जाने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ‘स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो दिशानिर्देश जारी किये हैं, उनमें यदि आप अकेले किसी कार को बैठकर कार चला रहे हैं, तो आपको मास्क पहनना है, इस आशय का कोई दिशा-निर्देश नहीं है.’
जाहिर है पुलिस बिना किसी दिशानिर्देश के अपनी मर्जी से इस तरह का चालान काट रही है. इसी तरह से राजेश भूषण ने यह भी साफ कर दिया कि अकेले साइकिल चला रहे व्यक्ति का भी मास्क नहीं पहनने के कारण चालान नहीं काटा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में लोगों में फिजिकल एक्टीविटी में जागरूकता बढ़ी है. लोग दो-दो, तीन-तीन के समूह में साइकलिंग करते हैं, जॉगिंग करते हैं. यहां मास्क पहनना चाहिए, क्योंकि वहां सामाजिक दूरी का पालन करना और एक-दूसरे को संक्रमण से बचाना जरूरी है. लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया कि आप अकेले साइकिल चला रहे हैं, तो मास्क पहनने संबंधी कोई दिशानिर्देश स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी नहीं किया है.