उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में डेढ़ साल बाद चार हत्याओं की एक सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ है. यहां दिसंबर 2019 में एक ही परिवार के चार सदस्यों को मार दिया गया और शवों को भी घर के भीतर की दफना दिया गया. हालांकि, घटना का खुलासा 28 अगस्त को हुआ, जब पुलिस टीम ने घर की खुदाई की. हैरानी की बात ये है कि चारों पारिवारिक जनों की हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि परिवार का दामाद ही निकला.
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब हत्या के 16 महीने बाद बेटी और दामाद यूपी के बरेली जनपद के मीरगंज में अपने हीरालाल का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे और जमीन को अपने नाम कराने की कोशिशों में लगे, तभी नरेंद्र गंगवार के मृतक ससुर हीरालाल के जमीन के केयरटेकर के द्वारा जांच पड़ताल की गई तो उसने इस पूरे मामले को लेकर रुद्रपुर पुलिस को गुमशुदगी की घटना बताई.
जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से नरेंद्र गंगवार और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने चारों लोगों की हत्या कर उनके शवों को घर में दफनाने की बात कबूल की. पूरे मामले की मजिस्ट्रेट अलावा फॉरेंसिक एक्सपर्ट भी इस मामले की जांच में जुट गए.

पुलिस ने घर के अंदर फर्श की खुदाई कराई जहां पर ससुर हीरालाल, सास हेमवती, बेटी दुर्गा और पार्वती के शव मिले. इस मामले में आईजी अजय रौतेला ने बताया कि 65 साल के हीरालाल 2006 में परिवार के साथ राजा कॉलोनी ट्रांजिट कैंप में रह रहे थे. उनके पास गांव में 18 बीघा जमीन और मकान था. गांव छोड़ने से पहले उन्होंने पांच बीघा जमीन बेच दी थी और इससे मिले रुपये से यहां मकान बनाया था.
थाना ट्रांजिट कैंप इंचार्ज ललित मोहन जोशी का कहना है कि 112 पर डेढ़ साल से चार लोगों के गायब होने की सूचना मिली. पुलिस हरकत में आई और जांच में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया. जहां पर एक घर में बेटी ने अपने पति के साथ मिलकर अपने मां- बाप अपनी सगी बहनों को मौत के घट उतार दिया. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच करने में जुटी है.