झारखंड के धनबाद में रंगदारी और मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कोरोना पॉजिटिव एक अपराधी की कोविड-19 अस्पताल में शराब पीते हुए तस्वीर शनिवार को सोशल मीडिया में वायरल हुई. अभियुक्त के एक हाथ में हथकड़ी लगी हुई थी और वह शराब का बोतल लेकर सेवन कर रहा था.इसके बाद धनबाद से लेकर राजधानी रांची तक खलबली मच गई. फोटो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने धनबाद के उपायुक्त और एसएसपी को मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
बता दे कि जो फोटो वायरल हुआ था, उसमें संटू गुप्ता के शराब पीते समय हथकड़ी भी दिख रही थी. संटू गुप्ता को 21 अगस्त को कतरास पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जेल भेजने से पूर्व जब उसकी कोविड जांच कराई गई तो वह संक्रमित पाया गया. उस पर रंगदारी के लिए 20 अगस्त को कतरास चौधरी नर्सिंग होम के पास राजन गुप्ता को पीटने का आरोप था.
शराब पीने की तस्वीर वायरल होने पर सीएम हेमंत सोरेन ने रविवार को संज्ञान लिया. उन्होंने ट्विटर के माध्यम से धनबाद डीसी को जांच के आदेश दिए. साथ ही सीएम से स्वाथ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के अलावा डीजीपी और धनबाद पुलिस को भी मामले में संज्ञान लेने का आदेश दिया. सीएम के आदेश पर डीसी ने मामले की जांच के लिए एसडीओ राज महेश्वरम और डीएसपी लॉ एंड आर्डर मुकेश को सेंट्रल अस्पताल में बने कोविड-19 अस्पताल भेजा. जांच रिपोर्ट के आधार पर सरायढेला थाने में आरोपी के खिलाफ सरकारी आदेश का उल्लंघन और महामारी अधिनियम सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है.साथ ही कोविड अस्पताल की सुरक्षा में तैनात एक एएसआइ समेत 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
कोविड-19 अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) में एक कोरोना संक्रमित कैदी द्वारा मादक पदार्थ का सेवन करने की घटना को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर संटू गुप्ता एवं छोटू गुप्ता पर सरायढेला थाना में प्राथमिकी संख्या 195/2020 दर्ज कर ली गई है. कैदी के पास मौजूद आपत्तिजनक सामान की जांच नहीं करने और अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने के लिए उपायुुक्त ने एएसआई सुरेंद्र राम, आरक्षी भागी उरांव, चौकीदार भीम कर्माकर तथा सेंट्रल हॉस्पिटल की सुरक्षा में तैनात हवलदार ओम प्रकाश मिश्रा, सिपाही कुलदीप उरांव, गुलाब चौधरी, भोला उरांव तथा दुखराज उरांव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और उनके विरुद्ध डिपार्टमेंटल इंक्वायरी करने तथा इंक्वायरी के पश्चात कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का निर्देश वरीय पुलिस अधीक्षक को दिया है.
उपायुक्त ने घटना के दिन कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी पर उपस्थित डॉ संजय कुमार मिश्रा, सिस्टर किरण कुमारी तथा शारदा कुमारी एवं वार्ड बॉय शंकर से स्पष्टीकरण पूछने एवं उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश बीसीसीएल प्रबंधन को दिया है. उपायुक्त ने कहा कि इस घटना में सभी आरक्षी जिनके द्वारा कैदियों को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया तथा अस्पताल की सुरक्षा में तैनात पुलिस पदाधिकारी एवं जवान जिनके द्वारा आगंतुकों के प्रवेश के संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया, उनकी भूमिका अत्यंत संदिग्ध मालूम पड़ती है. इसलिए वरीय पुलिस पदाधिकारियों की एक टीम गठित कर अविलंब इस मामले की जांच करने का भी निर्देश दिया है.