राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार को इतनी ज्यादा बारिश हुई कि लोग इसे जलपुर कहने लगे. लगातार सात घंटे की मूसलाधार बारिश के कारण सड़कें, पार्क और गलियां जलमग्न हो गईं.हालत ये हो गए कि जयपुर की गलियों में बाढ़ आ गई. अपने घर के बाहर खड़े लोग बहने लगे. तेज बहाव के बीच लोग एक दूसरे को बचाते दिखे.

भारी बारिश के कारण राजधानी की सड़कें तालाब बन गई हैं, सड़क पर खड़ी गाड़ियां डूब गई हैं, वहीं लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.जयपुर के मकानों और दुकानों में पानी भर गया है. नाले उफान पर हैं. सड़क पर खड़े वाहन बहते दिखे. आमेर जाने वाले रास्ते में नाले का पानी कॉलोनियों में पहुंच गया. सरकारी दफ्तरों और अस्पताल के बेसमेंट में भी पानी भर गया है.

जयपुर में शुक्रवार को सात घंटे लगातार बारिश हुई. दोपहर 1 बजे तक 175 एमएम बारिश दर्ज की गई. इससे पहले साल 2012 में भी 22 अगस्त को भारी बारिश हुई थी, तब जयपुर में 175 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. आज फिर वही हालात देखने को मिल रहे हैं. तेज बारिश की वजह से शहर में बाढ़ के हालात बन गए हैं. ऐसी बारिश जयपुर में लंबे समय बाद हुई है.
मौसम विभाग के अनुसार इस सामान्य से ज्यादा बारिश का कारण बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात, निम्न दाब की हवाएं और नमी बताया जा रहा है. दरअसल, इस समय राज्य में एक साथ चार सिस्टम सक्रिय हैं. मानसून की ट्रफ लाइन हिमालय की तराई से नीचे की ओर आ गई. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना. अरब सागर से मजबूत दक्षिण-पश्चिम हवा आई और राजस्थान पर मौसम का तंत्र विकसित होने से भारी बारिश हुई है. प्रदेश में आगामी दिनों में भी भारी बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में बन रहे सर्कुलेशन और निम्न दाब के क्षेत्र के चलते अगले दो सप्ताह तक प्रदेश में अच्छी बारिश हो सकती है. साथ ही, दो से तीन दिनों के दौरान अरब सागर से मजबूत दक्षिण पश्चिमी हवाओं के आने की संभावना रहेगी.