तिरुवन्तमपुरम: केरल में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गई हैं. भारी बारिश के चलते राज्य में भूस्खलन के कारण अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है. शुक्रवार सुबह यह भूस्खलन जिले के राजामलई इलाके में हुआ है. इस हादसे में अब तक 12 अन्य को बचाया गया है और मुन्नार के टाटा जनरल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. एक चाय बागान के कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है. राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कम से कम 70 लोगे के वहां फंसे होने की आशंका है. भूस्खलन के कारण करीब 20 मजूदरों के घर वहां मलबे में दब गए हैं. पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर मौजूद हैं और जिला प्रशासन ने अस्पतालों से भी हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने 15 एम्बुलेंस और एक विशेष चिकित्सक दल को रवाना किया है.
केरल के इडुक्की में भूस्खलन में लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने शोक जताया है. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवार के प्रति मेंरी संवदनाएं हैं. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. एनडीआरएफ और प्रशासन जमीनी स्तर पर पीड़ितों की मदद कर रहे हैं. भूस्खलन से मरने वालों के परिजनों को पीएम नैशनल रिलीफ फंड से 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और जो घायल हुए हैं, उन्हें 50 हजार रुपए दिए जाएंगे.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी केरल हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस मामले में एनडीआरएफ के डीजी से बात की है. एनडीआरएफ टीम बचाव कार्य के साथ प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए मौके पर पहुंच गई है.
इस बीच,मुख्यमंत्री पी विजयन ने घटना पर दुख जताया है. केरल के राजस्व मंत्री के चंद्रशेखरन ने बताया, ‘वहां 4 लेबर कैंपों में 80 से ज्यादा लोग रहते थे. यह साफ नहीं है कि भूस्खलन के समय वहां कितने लोग मौजूद थे. खराब मौसम की वजह से फंसे लोगों का एयर लिफ्ट तक नहीं कर पा रहे हैं.
राज्य में मौसम विभाग ने 11 अगस्त तक इडुक्की, मलप्पुरम और वायनाड के लिए अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है.भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इलाके में ‘रेड अलर्ट भी घोषित कर दिया है.