बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में नीतीश सरकार की सीबीआइ जांच की सिफारिश को केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है. इस बीच पटना पुलिस की टीम वापस लौट आई है. अब सीबीआइ नए सिरे से एफआइआर दर्ज कर मामला अपने हाथों में लेगी. तब पटना पुलिस अपनी जांच से संबंधित सबूत सीबीआइ को सौंप देगी.
गुरुवार को टीम के चार सदस्य फ्लाइट से पटना लौटे जबकि आईपीएस विनय तिवारी अभी मुंबई में ही क्ववारंटीन हैं.बताया जा रहा है कि पटना पुलिस के हाथों में कई अहम सुराग लगे हैं जिससे इस केस में नया मोड़ सामने आ सकता है. पटना पुलिस सबूतों की फाइल तैयार करने में जुटी है. जैसे जरूरत पड़ने पर सीबीआई को सौंपा जाएगा. पुलिस अधिकारियों की माने तो इस मसले से पीछे हटने के मूड में पटना पुलिस बिल्कुल नहीं है. बल्कि पूरी मदद करने के लिए तैयार है.
पटना पुलिस इस मामले में अब तक सुशांत की बहन मीतू सिंह व एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे सहित करीब एक दर्जन लोगों के बयान ले चुकी है. सुशांत के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट, बैंक स्टेटमेंट सहित अन्य सबूत भी जुटा चुकी है.
पटना पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब पटना पुलिस मलाड में सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा की मौत मामले में संबंधित थाने से जांच से जुड़ी फाइल मांगी तो बताया गया सब कम्प्यूटर से डिलीट हो गया है. पुलिस सूत्रों की मानें तो जब तक पटना पुलिस सुशांत मामले की जांच कर रही थी, तब तक मुंबई पुलिस उतनी बेचैन नहीं दिखी कि जितनी दिशा मामले में. दिशा मामले की जांच शुरू करते ही मुंबई पुलिस हरकत में आ गई. बुधवार को मुंबई पुलिस ने दिशा मामले में आम लोगों से सबूत देने की अपील जारी की है. पुलिस की मानें तो दिशा मामले के सबूत गायब होने या सबूत नष्ट करने के बाद अब मुंबई पुलिस अपने ही बुने जाल में फंसती जा रही है.पटना पुलिस का मानना है कि सुशांत की मौत के तार इससे जुड़े हो सकते हैं.