मध्य-प्रदेश के खरगोन में करीब 70 बच्चों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिन 5 साल के 70 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई. उस टीम में शामिल आशा सहयोगी कोरोना संक्रमित निकली है. ये सूचना फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया है. आयुष डॉक्टर ने इस मामले की पुष्टि की है.
बताया जा रहा है कि खरगोन के बरूड़ में आंगनबाड़ी केंद्र 10 पर शिविर लगा था. यहं पर 24 जुलाई से लेकर 26 जुलाई तक दवा पिलाया जा रहा था. जिसमें महिला भी शामिल थी. महिला शिवाजी चौक की रहने वाली है. इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने की स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है. जिसके बाद विभाग में भी हड़कंप मच गया . स्वास्थ्यकर्मी गांव में जाकर दवा पीने वाले बच्चों की पहचान में जुटे हैं. महिला के संपर्क में आए 36 लोगों की अब तक पहचान कर ली गई है.
आयुष डॉक्टर प्रमिला रावत का कहना है कि महिला के संक्रमित पाए जाने के बाद जिन बच्चों को विटामिन ए का सीरप पिलाया गया था, उन सभी के सैंपल भी लिए जाएंगे. गौरतलब है कि आशा सहयोगी का कोरोना सैंपल 24 जुलाई को लिया गया और 26 जुलाई को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. वहीं, 25 जुलाई को बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई गई थी.
जिसके बाद, संक्रमित महिला को लेने के लिए टीम पहुंची. दूसरी ओर अस्पताल में किट पहनकर डॉक्टर्स ने ग्रामीणों के सैंपल लिए. बरुड़ आयुष डॉ. प्रमिला रावत का कहना है आज 36 लोगों के सैंपल लिए गए हैं और उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री में जितने लोग आए हैं उनकी सूची तैयार की जा रही है. जैसे ही सूची आ जाती है सारे लोगों के सैंपल लिए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि उन बच्चों का भी सैंपल लिए जाएंगे. उस सत्र में विटामिन ए की गोलियां नहीं सीरप पिलाया गया था. उसमें टीकाकरण प्रोग्राम भी किया गया था. उन सभी का सैंपल लिया जाएगा, साथ ही जगह को कंटेनमेंट एरिया बना दिया जाएगा. वहीं, बीएमओ ने बताया कि दवाई महिला ने नहीं पिलाई थी, यदि ऐसा कुछ है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.