नवादा : संक्रिमत युवक है नवादा का, लेकिन सैंपल देते वक्त नर्स पत्नी की मिलीभगत से एड्रेस में नालंदा लिखा दिया था. युवक के सैंपल की रिपोर्ट जब कोरोना पाॅजिटिव आया तो प्रशासन को ढूंढे नहीं मिल रहा था. बाद में खुलासा हुआ कि वह नवादा का रहने वाला था. उसे गांव से लाकर सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है.
दरअसल, संक्रमित प्रवासी सूरत में काम करता था. दो दिन पहले ही वह गांव लौटा. इसके बाद उसने नालंदा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज (विम्स) में जाकर अपना सैंपल दिया. सैंपल देने के बाद वह अपने गांव वापस लौट गया. विम्स में पदस्थापित अपनी नर्स पत्नी की मदद से उसने अपना पता नालंदा जिले का गिरियक लिखा दिया था.
गुरुवार की रात जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संक्रमित युवक की तलाश शुरू हुई तो पता चला कि वह नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के एक गांव का रहने वाला है. यह जानकारी सामने आते ही हड़कंप मच गया. उसके बाद संक्रमित युवक को वारिसलीगंज प्रखंड स्थित गांव से सदर अस्पताल नवादा लाया गया. डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने बताया कि युवक को सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है.
इधर, इस सूचना के बाद गांव में दहशत फैल गई है. लोग सहमे हुए हैं और इसे संक्रमित युवक, उसकी पत्नी और विम्स प्रबंधन की लापरवाही मान रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब युवक का विम्स में सैंपल लिया गया था. उसे वहीं क्वारंटाइन करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और युवक घर चला आया. सूत्रों के अनुसार संक्रमित युवक शेखपुरा जिले के एक युवक के साथ लौटा था. दोनों रिश्ते में ममेरे-फुफेरे भाई हैं. शेखपुरा का वह युवक भी संक्रमित मिला है और उसने भी विम्स में गलत पता लिखाया था. इसे लेकर गांव के लोगों में प्रशासन के रवैये से नाराजगी है.