करगहर विधानसभा क्षेत्र के बड़हरी ओपी थाना परिसर में एक बालिका वधू बन गई. चचेरे भाई-बहन की शादी कराई गई. बहन नाबालिग (13 साल) है. आठवीं कक्षा की छात्रा है. इस घटना के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
दरअसल, बड़हरी के एक गांव का 18 वर्षीय युवक छह माह पहले अपनी चचेरी बहन को बहला-फुसलाकर लेकर दिल्ली फरार हो गया था. उस समय बदनामी के डर से घर वालों ने पुलिस में शिकायत नहीं की. लॉकडाउन में दोनों दिल्ली से गांव आए. भाई-बहन की बजाए पति-पत्नी का संबंध लोगों को ठीक नहीं लगा. परिवार के लोगों ने दोनों को घर से निकाल दिया.
इसके बाद दोनों ओपी पहुंचे और सुरक्षा की मांग की. थानाध्यक्ष ने दोनों परिवारों को बुलाकर कानूनी बातें समझाईं और एफआईआर दर्ज कराने को कहा. इधर परिवार वालों ने शादी कराने का आग्रह किया. अनुनय-विनती के बाद ओपी परिसर स्थित मंदिर में शादी कराई गई. बेटा-बेटी की गलती देख दोनों के पिता फफक कर रो पड़े.
पुलिस की सफाई
ओपी प्रभारी हरेकृष्णा राय ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज कराने को कहा था. थाने में शादी करने का निर्देश नहीं दिया था. लोगों ने गरीब परिवार का हवाला देकर उन्हें गांव ले जाने की बात कही थी. परिसर स्थित मंदिर में क्या हुआ, इसकी जानकारी नहीं है.