छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में गैस लीक होने से 7 लोग अस्पताल में भर्ती, 3 की हालत गंभीर
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के एक कैमिकल प्लांट से गुरुवार को गैस रिसाव के चलते जहां अब तक करीब 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से ज्यादा लोगों ने अस्वस्थ होने की शिकायत की तो वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ से भी गैस लीक का मामला सामने आ रहा है. खबरों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के राजगढ़ में एक पेपर मील की गैस लीक होने से 3 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस संतोष सिंह ने कहा, एक मील के टैंक की सफाई करते वक्त गैस लीक हो गई. इसके बाद 7 वर्कर्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से 3 की हालत नाजुक बनी हुई है.
घटना के बाद राजगढ़ के एसपी संतोष सिंह और कलेक्टर यशवंत कुमार गैस लीक से प्रभावित हुए लोगों से मिले. उन्होंने कहा कि मील के मालिक ने इस घटना को हम से छिपाने की कोशिश की पुलिस को इस बारे में सूचना नहीं दी. इसको लेकर एक केस दर्ज किया जाएगा.
गौरतलब है कि इससे पहले आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एक प्लांट से कैमिकल गैस के लीक होने के बाद गुरुवार को कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस घटना के बाद करीब हजार से ज्यादा लोगों ने खुद को अस्वस्थ बताया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए विशाखापट्टनम जिला मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर तिरूमाला राव ने कहा, विशाखापट्टन में गैस लीक होने के चलते 300 लोगों को कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इस घटना के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्ती दिखाते हुए केन्द्र और राज्य सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.
गैस कांड़ के पीड़ितों का हाल जानने के लिए खुद राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी किंग जॉर्ज अस्पताल पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि यह प्लांट गोपालपट्टनम इलाके में स्थित है. इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की. इस मामले पर पीएम मोदी भी निगरानी रख रहे हैं. पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से बात की है और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है.