दूसरे राज्यों से बिहार लौटे मजदूरों का टूटा सब्र का बांध, भोजन नहीं मिलने पर सेंटर पर किया हंगामा
बिहार के नवादा जिले में बाहर से लौटे मजदूरों ने हंगामा किया. बुधवार को केरल और राज्य के विभिन्न हिस्सों से जिला वापसी कर रहे करीब 314 लोगों को आईटीआई स्थित ट्रांजिट सेंटर पर ठहराया गया था. साढ़े ग्यारह बजे के करीब कुछ मजदूर ट्रांजिट सेंटर के दरवाजे की ओर लौटे और हंगामा करना शुरू कर दिया. सुबह से लौटे भूख से बिलबिलाते मजदूरों के सब्र का बांध टूट गया और व्यवस्था से गुस्साएं लोगों ने प्रदर्शन करना शुरु कर दिया.
मजदूरों ने बताया कि लोग सुबह में ही दूसरे प्रदेशों से लौटकर आए हैं. दोपहर के बारह बज गए. लेकिन किसी को खाना तक नहीं दिया गया है. एक मजदूर ने बताया कि बसों से लाने के समय सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया गया. एक सीट पर तीन लोगों को बिठा कर लाया गया है. रास्ते में खाना तक नहीं दिया गया.
मजदूर ने बताया गया कि ट्रांजिट सेंटर पर स्थित बाथरूम में पानी नहीं है, पीने तक का पानी नहीं है. केरल से लौटे सहाबुद्दीन ने व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, कहा कि यहां तो एक समय भोजन की व्यवस्था नहीं हो रही है. 21 दिन क्वारंटाइन में रखने पर क्या व्यवस्था होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि मुख्य गेट पर खड़े पुलिस के जवान लगातार हाथ जोड़कर इनके शांत होने को लेकर मनुहार करते नजर आए. थोड़ी देर में खाने का पैकेट आया, जिसके बाद लोगों में बांटा गया.
इधर, ट्रांजिट सेंटर के नोडल पदाधिकारी संतोष कुमार झा ने बताया कि करीब 314 लोग ट्रांजिट सेंटर पर लौटे. इनमें से कुछ लोगों ने हंगामा किया. जानकारी पर तत्काल इनके भोजन की व्यवस्था करायी गई है.