कोरोना का खौफ से विदेशी यात्री के छींकने पर गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस में मचा हड़कंप
कानपुर : नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ जाने वाली गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस के कोच बी 10 से सफर कर रहे इजरायली यात्री के छींकने से पूरे ट्रेन में हड़कंप मच गया . दहशत में आये यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकनी शुरू कर दी. अगल बगल के यात्री बोगी छोड़ कर भाग खड़े हुए. आनन फानन में पहुंची डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की लेकिन ट्रेन के यात्रियों ने छींकने वाले पैसेंजर को वापस बोगी में घुसने नहीं दिया.
ताजा मामला डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस का है . दरअसल डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में के कोच संख्या बी 10 में दो इजरायली नागरिक यात्रा कर रहे थे. उसी दौरान उनमें से एक ने अचानक छींक दिया. फिर क्या था डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस के कोच संख्या बी 10 में हड़कंप मच गया. कोच में बैठे प्रदीप कुमार नामक यात्री ने उन लोगों से पूछा कि आप कहां के हैं तो उनका जवाब जैसे ही इजराइल आया, तो यात्रियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. इसी बीच किसी दूसरे यात्री ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हेल्पलाइन पर फोन कर इसकी सूचना दे दी. यात्रियों के विरोध के बाद ट्रेन को कानपुर में रोका गया. जहां उन लोगों ने विदेशी यात्रियों को तत्काल उतरवाने की बात कही.
राजधानी एक्सप्रेस के पहुंचने से पहले ही प्लेटफार्म पर डॉक्टरों की टीम से लेकर RPFऔर GRP का पूरा दस्ता मौजूद था. जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची डॉक्टरों की टीम B-10 बोगी में घुसे. वहां दोनों इजरायली नागरिक अकेले बैठे थे. आस-पास के यात्री बोगी छोड़ कर प्लेटफार्म पर उतर चुके थे.
डॉक्टरों की टीम ने दोनों इजरायली नागरिकों की जांच थर्मल स्कैनर से की. इसमें दोनों के कोरोनो वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि नहीं हुई. चीफ मेडिकल ऑफिसर अशोक शुक्ला के मुताबिक रैपिड रिस्पांस टीम ने थर्मल स्कैनर के माध्यम से दोनों विदेशी यात्रियों का टेस्ट किया. जिसमें दोनों के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की बात नहीं आयी. किसी दूसरी वजह से खांसी और छींक आयी थी, जिसकी दवा उन्हें दे दी गयी.
थर्मल स्कैनिंग के बाद रेलवे की टीम ने दोनों इजरायली यात्रियों को ट्रेन से यात्रा करने की इजाजत दे दी. लेकिन बोगी के दूसरे यात्रियों ने उन्हें कोच में सवार ही नहीं होने दिया. तमाम कोशिशों के बावजूद यात्री नहीं माने तो रेलवे के अधिकारियों ने दोनों विदेशी नागरिकों को पैंट्री कोच में बिठाया और फिर ट्रेन को रवाना किया.