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सात फेरे अब रहे बस नाम के ,पति को डायबिटिज हुआ तो पत्नी ने साथ छोड़ा, मामला पहुंचा महिला आयोग

पटना के बिहार महिला आयोग में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया जहां पत्नी अपने पति से सिर्फ इसलिए अलग होना चाहती हैं, क्योंकि उन्‍हें शुगर की बीमारी है. पत्नी का कहना है कि पति को डायबिटिज होने कारण उसके खानपान पर प्रतिबंध है और ऐसे में वह ऐसे शख्स के साथ अपनी पूरी जिंदगी नहीं बिता सकती है. इस कारण से वह अपने पति से संबंध तोड़ना चाहती है .

पति के खिलाफ महिला आयोग पहुंची 20 वर्षीय महिला का नाम आंचल है जो वैशाली जिले के मोहनापुर गांव की रहने वाली है. उसकी शादी वैशाली जिले के ही रहने वाले दीनदयाल से पिछले साल जून में हुई थी. शादी के बाद जब वह ससुराल आई तो उसे पता चला कि उसके पति को शुगर की बीमारी है और उन्हें खाने-पीने का खास ध्यान देना पड़ता है. यह पता चलते ही आंचल ने ठान लिया कि वह पति के साथ नहीं रहेगी.

आंचल ने महिला आयोग की सदस्य को बताया कि रोज पति के लिए परहेज वाला अलग-अलग खाना नहीं बनाया जा सकता है. बीमार पति तो कभी भी गुजर जाएंगे और अगर कहीं कोई बच्चा हो गया तो उसे भी भी मुश्किल आएगी. ऐसे में यह रिश्ता तोड़ना ही सही है .

इस मामले में पति दीनदयाल का कहना है कि उसकी पत्नी झूठ बोल रही है. मुझे कोई बीमारी नहीं है. मेरी तबियत थोड़ी-बहुत खराब रहती है. दीनदयाल ने बताया कि उनकी शादी परिवारवालों की मर्ज़ी से हुई थी. दोनों के परिवार वाले शादी से खुश थे और किसी को कोई एेतराज नहीं है. लेकिन अब पत्नी ही साथ रहने से मना कर रही है . दीनदयाल ने बताया कि वह मजदूरी करता है. शादी के बाद आंचल रूठ गयी थी तो वह उसे मनाने मिठाई लेकर ससुराल गया था तो वहां आंचल ने बेलन से उसपर हमला कर दिया था. दीनदयाल ने बताया कि समाज में लोग क्या कहेंगे? इसलिए वह आंचल के साथ ही रहना चाहता है. लेकिन वह उनके साथ रहने से साफ इंकार कर रही है .

महिला आयोग ने इस मामले में दोनों पक्षों को एक बार फिर से सोचने को कहा है और पत्नी को पति के साथ रहने की सलाह दी है. महिला आयोग में आए इस मामले से वहां के कर्मचारी भी सकते में है. आयोग ने दोनों पक्षों को एक मौका देते हुए आगे की तारीख दी है.

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