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स्वर्ण अक्षरों से लिखी बेशकीमती कुरान को लूटकर किया था 16 करोड़ में सौदा, गैंग का सरगना गिरफ्तार

जयपुर: मुगल काल मेंस्वर्ण अक्षरों से लिखी गई बेशकीमती कुरान को खरीदने के बहाने लूटने वाली गैंग के एक सरगना को गुरूवार को शहर की माणकचौक थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बदमाशों ने कुरान को लूटने की वारदात भीलवाड़ा में की थी. इसके बाद इस गैंग ने बांग्लादेश के किसी धनी व्यक्ति से कुरान का सौदा 16 करोड़ रूपए में कर लिया था. लेकिन सौदा पूरा होने से पहले ही पुलिस ने वहां गैंग के एक साथी को गिरफ्तार कर लिया था.

डीसीपी (नार्थ) डॉ. राजीव पचार ने बताया  कि गिरफ्तार आरोपी जमवारामगढ़ के राहोरी गांव निवासी बनवारी मीणा है. इसके कब्जे से लूटी गई 1014 पेज की कुरान बरामद कर ली. आरोपी बनवारी, जयपुर ग्रामीण के चंदवाजी थाना, भीलवाड़ा जिले के सुभाष नगर इलाकों में डकैती, चोरी व धोखाधड़ी के आपराधिक मुकदमों में वांटेड चल रहा था. इससे पहले इस गैंग के तीन बदमाश पुलिस गिरफ्त में आ चुके है.

इस तरह पकड़ा गया वांटेड बदमाश

एडिशनल डीसीपी सुमित गुप्ता के मुताबिक माणकचौक थाना पुलिस ने कुछ दिन पहले 4.77 करोड़ रुपए के नकली नोटों के साथ बनवारी मीणा की गैंग के एक सदस्य जमवारामगढ़ निवासी खेमा उर्फ खेमचंद को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में बताया कि उनकी गैंग ने भीलवाड़ा से बेशकीमती कुरान भी लूटी है. इसके बाद थानाप्रभारी जितेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में जिला स्पेशल टीम के एएसआई हरिओम सिंह ने सरगना बनवारी मीणा की तलाश शुरु की.

गुरूवार शाम को एएसआई हरिओम सिंह को बड़ी चौपड़ पर बाईजी के खंदे के पास एक व्यक्ति द्वारा एंटिक कुरान बेचने की फिराक में घुमने की सूचना मिली. तब थानाप्रभारी जितेंद्र सिंह सादावर्दी में टीम लेकर मौके पर पहुंचे. वहां मुखबिर के ईशारे पर बनवारी की पहचान कर पुलिस ने उसे पकड़ लिया. उसके कब्जे से लूटी गई एंटीक कुरान भी बरामद कर ली.

सम्राट अकबर ने मांडलगढ़ किला और कुरान सहित अन्य वस्तुएं की थी परिवार को दान

माणकचौक थानाप्रभारी जितेंद्र सिंह ने भीलवाड़ा पुलिस से संपर्क किया तब सामने आया कि वहां योगेंद्र सिंह मेहता नाम के व्यक्ति ने कुछ लोगों द्वारा कुरान लूटने का मुकदमा 12 सितंबर को सुभाष नगर थाने में दर्ज करवाया था. योगेंद्र मेहता ने रिपोर्ट में बताया था कि स्वर्ण अक्षरों से लिखी यह ऐतिहासिक कुरान सम्राट अकबर ने सैंकड़ों साल पहले माण्डलगढ़ किले के साथ वहां एक परिवार को दान में दी थी. यह परिवार लंबे अरसे से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है.

ऐसे में इस परिवार ने कुरान को बेचने का फैसला किया. उन्होंने पिछले साल सितम्बर माह में जयपुर निवासी राकेश बंगाली से संपर्क किया था. राकेश की बनवारी मीणा की गैंग के साथियों से पहचान थी. ऐसे में उसने कुरान के बारे में बताया और उस परिवार से संपर्क करवाया. तब कुरान को खरीदने का झांसा दिया और वहां पहुंच गए. इसके बाद पीड़ित योगेंद्र मेहता को कुरान लेकन शहर के बाहर बुलाया. वहां बदमाशों ने योगेंद्र सिंह मेहता से मुलाकात की. फिर उनसे मारपीट कर कुरान लूटकर कार से भाग निकले. तब से भीलवाड़ा पुलिस भी इस गैंग की तलाश कर रही थी.

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