निर्भया गैंगरेप केस में चारों दोषियों को मौत की सजा सुना दी गई है . राष्ट्रपति के द्वारा खारिज की गई दया याचिका के खिलाफ दोषी मुकेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दायर की है. साथ ही एक फरवरी के डेथ वारंट पर भी रोक लगाने की मांग की है. यह और बात है कि दया याचिका पर राष्ट्रपति का फैसला अंतिम माना जाता है, बावजूद इसके मुकेश ने फांसी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट से रहम की गुहार लगाते हुए याचिका दायर की है .
दोपहर 12:30 बजे होगी सुनवाई
मुकेश की याचिका पर जस्टिस आर. भानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ आज यानी मंगलवार (28 जनवरी) दोपहर 12.30 बजे सुनवाई करेगी. मुकेश ने अपनी याचिका में कहा है कि राष्ट्रपति ने दया याचिका पर ठीक से विचार नहीं किया और जल्दबाजी में उसे खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने गत 14 जनवरी को मुकेश की क्यूरेटिव याचिका खारिज कर दी थी. साथ ही विनय की क्यूरेटिव याचिका भी खारिज कर दी गई थी. क्यूरेटिव याचिका खारिज होने के बाद मुकेश ने दया याचिका भेजी थी.
कोर्ट ने कहा- प्राथमिकता के आधार पर होगी सुनवाई
सोमवार को मुकेश की वकील ने प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की पीठ के समक्ष याचिका का जिक्र करते हुए मामले पर शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई. इस पर पीठ ने टिप्पणी की, ‘अगर किसी को फांसी पर लटकाया जाने वाला है तो इससे ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं हो सकता. फांसी के मामले को शीर्ष प्राथमिकता दी जाएगी. बाद में शाम को जारी हुई सुप्रीम कोर्ट की 28 जनवरी की कार्यसूची में मुकेश की याचिका सुनवाई के लिए शामिल थी.
डेथ वारंट जारी, 1 फरवरी की सुबह 6 बजे होनी है फांसी
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका भी खारिज हो चुकी है. उसके बाद ही निचली अदालत ने दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया था. निचली अदालत ने इस मामले में चारों दोषियों मुकेश, अक्षय, विनय और पवन को फांसी दिए जाने के लिए एक फरवरी सुबह छह बजे का वक्त तय किया है. हालांकि बाकी के तीन दोषियों ने अभी तक राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दाखिल नहीं की है .