देशभर में आज मकर संक्रांति की धूम है. अलग-अलग जगहों पर लोग विभिन्न तरीकों से त्यौहार मना रहे हैं. इस अवसर पर देश के कई पवित्र घाटों पर आस्था का मेला लगा हुआ है. यहां आस्था की डुबकी लगाने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा हुआ है. कोई लेटकर आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहा तो कोई खिचड़ी का सामान दान कर रहा है. इस मौके पर देश में अलग-अलग जगहों पर भंडारा लगाकर प्रसाद वितरित किया जा रहा है. वहीं बिहार, गुजरात व महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में इस मौके पर लोग पारंपरिक पतंगबाजी का लुत्फ ले रहे हैं .

मकर संक्रांति का त्योहार विशेष रूप से धार्मिक और आध्यात्मिक चेतनाओं की जागृति का पर्व है. लोग स्नान दान कर भगवान सूर्य की विशेष पूजा-आराधना कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन स्नान दान से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मकर संक्रांति के दिन से ही उत्तरायण शुरू हो जाता है. मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास समाप्त होकर सभी शुभ मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं.
मकर संक्रांति के दिन स्नान, पूजन, जप, तप, अध्यात्मिक साधना और दान का बहुत बड़ा महत्व है. ज्योतिष्य के अनुसार इस मकर संक्राति आप अपने राशि के हिसाब से दान कर मनवांछित फल पा सकते हैं.
मेष – गुड़ और लाल मसूर दान करें.
वृष- सतनजा (सात अनाज ) और कम्बल दान करें .
मिथुन- काला कंबल दान करें.
कर्क- साबुत उड़द दान करें.
सिंह- लाल मसूर और ऊनी कपड़े दान करें.
कन्या -चने की दाल और कंबल दान कर.
तुला – काला कंबल दान करें .
वृश्चिक- सतनजा (सात अनाज) दान करें.
धनु – गुड़ और साबुत उड़द दान करें.
मकर- साबुत उड़द और चावल का मिश्रण दान करें.
कुम्भ – काला कंबल और सरसों का तेल दान करें.
मीन- साबुत उड़द दान करें.