नववर्ष 2020 के प्रथम माह का दूसरा सप्ताह प्रारंभ हो गया है. इस सप्ताह में कुछ महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार आ रहे हैं. आज 06 जनवरी सोमवार को पौष पुत्रदा एकादशी है. आज से अगले सात दिनों में त्रिपुष्कर योग, शुक्र प्रदोष व्रत, पौष पूर्णिमा व्रत, चंद्र ग्रहण, संकष्टी चतुर्थी और लोहड़ी जैसे त्योहार पड़ने वाले हैं. 16 दिसंबर से लगा खरमास भी इस सप्ताह खत्म होने वाला है.
आइए जानते हैं कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में कौन से व्रत एवं त्योहार किस तारीख और किस दिन को पड़ेंगे.
07 जनवरी: मंगलवार: त्रिपुष्कर योग.
त्रिपुष्कर योग:
द्वितीया, सप्तमी या द्वादशी तिथि के साथ पुनर्वसु, उत्तराषाढ़ और पूर्वाभाद्रपद इन नक्षत्रों में से कोई नक्षत्र रविवार, मंगलवार या शनिवार के दिन आता है तो त्रिपुष्कर योग बनता है। इस योग में बहुमूल्य वस्तुओं की खरीददारी की जाती है.
08 जनवरी: बुधवार: शुक्र प्रदोष व्रत.
शुक्र प्रदोष व्रत:
हर मास की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होता है. इस बार शुक्रवार के दिन होने के कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत कहेंगे. इस दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है.
10 जनवरी: शुक्रवार: पौष पूर्णिमा व्रत, चंद्र ग्रहण.
पौष पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण:
पौष मास की पूर्णिमा तिथि को लोग व्रत रखते हैं. इस दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लग रहा है. 10 जनवरी को पौष मास की पूर्णिमा है. चंद्र ग्रहण पूर्णिमा की रात 10:39 बजे से प्रारंभ होगा, जो 11 जनवरी के तड़के 02:40 बजे तक रहेगा.
13 जनवरी: सोमवार: संकष्टी चतुर्थी.
संकष्टी चतुर्थी:
किसी भी मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. इसे सकट चौथ भी कहते हैं. इस दिन विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की आराधना की जाती है.
14 जनवरी: मंगलवार: लोहड़ी, खरमास समाप्त.
लोहड़ी:
पौष महीने की आखरी रात को लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार लोहड़ी 14 जनवरी का मनाई जाएगी. उत्तर भारत के कई इलाकों खासकर पंजाब और हरियाणा में लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है.
खरमास समाप्त:
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, शरद ऋतु में एक माह का समय ऐसा आता है जब मांगलिक कार्य पूर्णत: प्रतिबंधित होते हैं, इसे खरमास या मलमास कहा जाता है. 16 दिसंबर 2019 से शुरू हुआ खरमास 14 जनवरी 2020 को खत्म होगा. 15 जनवरी से मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त मिलने लगेंगे.