पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है. पाक रेंजर्स ने गुरुवार रात फिर पुंछ और राजौरी सेक्टर में गोलाबारी की. सैन्य सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना ने एलओसी के उस पार से हो रही फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया.इस कार्रवाई मेंकरीब 4 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए.
इमरान सरकार ने बुधवार को माना था कि भारत की गोलाबारी में पीओके के देवा सेक्टर में उसके दो सैनिकों की मौत हो गई. दरअसल, यह कार्रवाई उरी सेक्टर में संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद की गई थी. जिसमें सेना के एक सूबेदार शहीद हो गए और एक महिला की भी जान गई थी.
संघर्ष विराम उल्लंघन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा था कि सीमा सुरक्षा को लेकर पूरे देश को आश्वस्त रहना चाहिए. जो भी जरूरी होगा वो कदम उठाया जाएगा. भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है.
भारत के हमले से बचने के लिए पीओके के नागरिकों को ढाल बनाया
पाकिस्तान भारतीय प्रहार से बचने के लिए पीओके के नागरिकों को ढाल बना रहा है. लोगों में पाक सेना के प्रति बढ़ रहे अविश्वास को देखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को एलओसी पर बसे लोगों को बस्तियां नहीं छोड़ने के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की. यह मदद एलओसी के दो किमी के दायरे में बसे 33,498 परिवारों की सभी विवाहित महिलाओं को हर माह 10 डॉलर (1546 पाकिस्तानी रुपए) के रूप में मिलेगी. लेकिन, इसकी शर्त यह होगी कि ये परिवार सीमा न छोड़ें. सीमा छोड़ने पर आर्थिक मदद वापस ले ली जाएगी.
5 अगस्त के बाद से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी
पाकिस्तान लंबे समय से भारतीय सीमा में रिहायशी इलाकों को मोर्टार से निशाना बनाता रहा है. 21 और 22 दिसंबर की रात भी पाक रेंजर्स ने कश्मीर के मेंढर, कृष्णा घाटी और पुंछ में फायरिंग की थी. 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर तोड़े जाने की घटनाएं बढ़ गई हैं.